प्रभात गुप्ता | नई दिल्ली
भारतीय लोकतंत्र में कल का दिन शर्मनाक रहा सदन से निस्कासित सदस्यों में से एक तृण मूल कांग्रेस पार्टी के सांसद कल्याण बनर्जी ने भारत के संवैधानिक पद पर आसीन देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ का मिमिक्री करके मज़ाक बनाया , मखोल उड़ाया । वहीं INDI घटबंधन के सांसद अपनी गरिमा और शिस्टाचार के मापदंड को भूल गए । वहीं खड़े कांग्रेस के नेता राहुल गांधी को भी हँसते हुए और वीडियो बनाते हुए देखा गया यह यूं कहे वो भी अपनी शिस्टाचार की गरिमा को भूल गए , और इस अनुशासनहीन कृतय में शामिल दिखे ।
सांसदों के द्वारा उपराष्ट्रपति धनकड़ की मिमिक्री की घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उपराष्ट्रपति से टेलीफोन पर बात कर घटित घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया । इसकी जानकारी उपराष्ट्रपति ने एक्स पर पोस्ट करके दिया। उन्होंने लिखा , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोन आया था और उन्होंने कल सांसदों के द्वारा की गई कृतय के ऊपर दुख व्यक्त किया ।
सांसदों के व्यवहार पर राष्ट्रपति मुर्मू ने जताया दुख
सांसदों के द्वारा संसद परिसर में जिस तरह उपराष्ट्रपति धनकड़ की मिमिक्री कर के मज़ाक उड़ाया गया , अपमानित किया गया इसको लेकर देश की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने एक्स पर पोस्ट कर दुख जताया है । उन्होंने कहा , संसद परिसर में जिस प्रकार देश के संवैधानिक पद पर आसीन उपराष्ट्रपति को अपमानित किया गया देखकर मुझे निराशा हुईं है । सांसदों को खुद को व्यक्त करने के लिए स्वतंत्र होना चाहिए लेकिन उन्हें अपनी गरिमा को नहीं भूलना चाहिए ।
कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णा ने संसद परिसर में हुई घटना पर जताया दुख
कांग्रेस के नेता प्रमोद कृष्णा ने उपराष्ट्रपति के मज़ाक उड़ाने को लोकतंत्र का अपमान बताया है । प्रमोद कृष्णा ने कहा , सांसदों को सड़क छाप नहीं बनाना चाहिए , संसद में अनुशासन हीनता सही नहीं है , तृण मूल कांग्रेस के नेता के द्वारा किया गया कृतय भारतीय लोकतंत्र का अपमान है । संसद के भीतर राजसभा अध्यक्ष और लोकसभा अध्यक्ष का अपना कुछ विशेषाधिकार है उन्हें बर्खास्त किसलिए किया गया उसपर में टिप्पणी नहीं करना चाहता । संसद भारत के लोकतंत्र का मंदिर है और इसके सभापति का अपमान लोकतंत्र का अपमान है ।
क्या था प्रदर्शन करने का मामला
संसद सुरक्षा चूक मामले को लेकर सदन में विपक्ष के द्वारा हंगामा और अनुशासन भंग करने को लेकर 141 सांसदों को सदन से बर्खास्त कर दिया गया , भारतीय इतिहास में एक साथ इतने सांसदों का निलंबित पहली बार हुआ है । निलंबित सांसदों में से 95 लोकसभा को और 46 राजसभा के संसद शामिल हैं । निलंबन के दौरान निलंबित सांसदों को समिति में बैठकों में भाग लेने , नोटिस पेश करने और समिति चुनावों में मतदान करने से रोक लगा दिया ।
लोकसभा सत्र के दौरान संसद सुरक्षा चूक की घटना के ऊपर विपक्ष केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान की मांग कर रहे थे , केन्द्रीय गृह मंत्री की बयान की मांग के ऊपर विपक्ष के नताओं ने जमकर लोकसभा में हंगामा काटा । जिसके परिणाम स्वरूप लोकसभा के सभापति ने 95 और राजसभा के सभापति ने 46 सांसदों को सदन से निलंबित कर दिया ।
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