जागरण संवाददाता, रांची: राजधानी रांची में स्वतंत्रता दिवस की तैयारी जोड़ो पर है। रांची खादी ग्रामोद्योग भंडार भी इस कड़ी में पूरजोड़ तैयारी में जुटी हुई है। हर घर तिरंगा अभियान शुरू होने के साथ हीं खादी स्टोर पर खादी/पॉलीवस्त्र से बने 3X2 से लेकर 6X9 फीट के राष्ट्रीय ध्वज फहराए जाते हैं। रांची खादी ग्रामोद्योग भंडार में 100 रुपए से लेकर 12 हजार रुपये मूल्य तक के राष्ट्रीय ध्वज उपलब्ध हैं। वहीं इन साइज के तिरंगों की मुख्य तौर पर मांग प्रशासनिक कार्यालयों में ज्यादा होती है। खादी भंडार के मैनेजर बताते हैं कि हमारे पास बड़े साइज के भी तिरंगे है जिसकी मांग होने पर हम उसे उपलब्ध कराते है मुख्य तौर पर इनकी मांग राज्यसभा और विधानसभा में होता है।
उन्होंने आगे कहा कि हमारे पास स्टॉक में प्रयाप्त मात्रा में खादी के तिरंगे उपलब्ध है। इसकी बिक्री भी जोड़ो पर हो रही है। साथ ही इसे हम रांची में ही बनाते हैं जिससे यहां के लोगों को रोजगार मिल सके । खादी के धागों से लेकर उसकी रंगाई, पुताई भी यही पर होती है। जिसे तैयार कर हम बाजार में उपल्ब्ध करवाते हैं। वहीं कुछ खादी के झंडों को मुंबई से भी मंगवाया जाता है। इन 10 सालों में खादी की स्थिति में सुधार आया है वहीं कई कारीगरों को इससे रोजगार सृजित हुए हैं।
प्रधानमंत्री के नेतृत्व और एमएसएमई मंत्रालय के मार्गदर्शन में खादी क्रांति के माध्यम से विकसित भारत अभियान को गांव-गांव में नई शक्ति दे रही है। केवीआईसी ग्रामीण भारत के उत्थान के लिए लगातार प्रयासरत है। जिसके परिणाम स्वरूप इतिहास में पहली बार वित्त वर्ष 2023-24 में केवीआईसी के उत्पादों की बिक्री 1 लाख 55 हजार करोड़ रुपये के आंकड़े के पार पहुंच पाई है। वहीं आज खादी के तिरंगे हर गली हर मोहले में फहराया जाता है जिस के साथ ही इसके बिक्री और उत्पादन में लगातार वृद्धि हो रही है।
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